शापित जंगल और 3 दोस्त । Horror story in hindi

शापित जंगल और 3 दोस्त   


Hi guys मेरा नाम हैं 'विशाल आमले' । आज मैं आप को एक ऐसी 3 दोस्तों की कहानी बताने जा रहा हु जो छुट्टियों में घूमने गए थे और उनके साथ क्या-क्या घटना होती हैं ये तो आप को story पड़ते पड़ते पता चल ही जाएगा । अगर आपको पता करना हैं तो पूरी story पड़ना । 

खूंखार शापित जंगल👹


आज कई सालों बाद मेने अपनी कॉलेज की पुरानी photo album देखी । जिसमे अपनी दोनो जिगरी दोस्तों की तस्वीर देख कर मुझे फिर से हमारे पुराने दिन याद आ गए । 

और वो दिन भी दिस दिन मेने उन्हे खोया था प्रतिक , रमेश और में विशाल हम तीनो को नई जगह पर घूमने जाना बोहोत पसंद था । प्रतिक को hiking और मुझे photo graphy का शोक था और रमेश को तो कही भी ले चलो वो चला आता । 

Exam खतम होते ही हमने गर्मियों की छुट्टियों में घूमने के लिए किसी ऐसी जगह जाने का प्लान किया जाह हम पहले कभी नही गए हो और जहा ज्यादा भीड़ ना हो प्रतिक ने internet पर एक जगह ढूंढ निकाली ।

सरोवर जंगल जो शहर से काफी दूर था पर hiking और photo graphy के लिए ये जगह सही थी हमने 3 दिन का trip plan किया और बिना उस जगह की जानकारी लिए निकल पड़े ।

जब हम उस जगह पहुंचे तो हमने देखा की वो जंगल बोहोतही खूब सूरत था और घना भी हमने पूरी जिन्दगी में इतनी साफ और सुंदर जगह नहीं देखी थी । 

जंगल के अंदर काफी ठंडी थी और वहा पर एक चेतावनी भी लिखी हुई थी ' अंदर खतरा हैं ' 


हमे लगा की जंगली जानवरों की वजह से लिखा होगा तो हम उसे अनदेखा कर के आगे चले गए । मेने वहा पर ढेर सारी तस्वीरें खींची सभी तस्वीरों में पिचें एक काली शबी मुझे बार बार दिखाई दे रही थी ।

ये बात अलग हैं की सामने मुझे कुछ नही दिख रहा था जब हम और अंदर गए तो मेरे कैमरे ने अचानक से काम करना बंद कर दिया । 

तभी प्रतिक ने मुझे कहा तुमने बैटरी तो नई डाली थी ना या भूल गए । तभी मेने कहा नही भुला घर से निकलते समय नई बैटरी डाली थी मेने ।

हम उस जंगल के और अंदर जाने लगे उस वक्त मुझे ऐहसास हुआ की कोई हमारा पीछा कर रहा हैं हमे देख रहा हैं मेने आसपास देखा पर वहा
आसपास कोई नही था मुझे लगा की ये मेरा वेहेम
होगा ।

हम जितना जंगल के अंदर जा रहे थे ठंड उतनी ही बड़ रही थी और अंधेरा भी बड़ने लगा । सिर्फ इतना ही नहीं वहा पर हमे एक अजीब सी बदबू भी आ रही थी । जैसे कई सारे जानवर वहा पर मरे पड़े हो ।

पर हमने ध्यान नहीं दिया क्योंकि जंगलों में जानवरों का मरना कोई नई बात नही है । तभी रमेश बोला ये क्या इतनी ठंड थोड़ी देर पहले तो इतनी ठंड नही थी यहां पर तभी प्रतिक बोला मुझे लगता हैं की अब हमे रुक जाना चाहिए ।

थोड़ा आराम कर लेते हैं और फिर चलते हैं अरे ये रमेश कहा चला गया अभी तो यही था पता नही कही गलती से भटक तो नही गया । 

हम लोग उसे आवाज देने लगे रमेश*** रमेश***  कहा हैं तू तभी हम दोनो ने अलग अलग जाकर उसे ढूंढने का सोचा । तो मैं और प्रतिक अलग हो गए और उसे फिर से पुकारने लगे ।

रमेश भाई कहा हैं तभी मेने देखा की पेड़ के पीछे कोई था तो मेने कहा कोन हैं कोन हैं वहा पेड़ के पीछे तो मुझे भयानक सी आवाज आई और मैं दर गया तभी किस्मत से मुझे किसी मंदिर के घंटी की आवाज आई जहा पर कोई पूजा कर रहा था । तो में उस तरफ भागते हुए गया मेने देखा की उस जंगल में एक मंदिर भी हैं ।

जहा पर एक पुजारी अकेला पूजा कर रहा था उस पुजारी ने मुझे देख लिया और कहा तुम कोन हो और इस जंगल मै क्या कर रहे हो मेने उन्हे सारी बात बताई और उन्होंने कहा ये तो होना ही था ।

ये जंगल शापित हैं कई सालो पहले एक औरत इस जंगल में जादू टोना करती थी जंगल में आने वाले इंसानों की बलि देती थी और यही के जानवरों को मार कर खा जाती । 

एक दिन कुछ लोगों ने उसे ये सब करते हुए देख लिया और उसे इसी जंगल में जिंदा फांसी दी उस दिन से यह जो भी आता हैं वो गायब हो जाता हैं ।
इसलिए हमने इस जंगल के बहाराही चेतावनी देने वाले फलक लगाए हैं क्या तुमने नही देखा ।

तब मुझे पता चला की हमने कितनी बड़ी गलती कर दी सिर्फ उस चेतावनियोको अनदेखा कर के उस पुजारी ने बताया अब मैं शुकर्षित हु वो चुड़ेल इस मंदिर के आगे नहीं आ सकती ।

मेने अपनी किस्मत का शुक्रियादा किया और वहा से निकल आया ।

मुझे अभी भी अपने दोस्तों की बोहोत याद आती हैं आज इस बात को पूरे 40 साल हो चुके हैं । 

दोस्तों कहानी कैसी लगी comment box में जरूर बताना । 

दोस्तों अगर कहानी अच्छी लगी तो मेरे motivation speech को जरूर follow करों । ये speech आप के दोस्तों को भी share करो । Thanks you so much । जय हिन्द ।