लालची दूधवाला और चतुर नाई । Moral Blog In Hindi

 लालची दूधवाला और चतुर नाई


Hi guy's मेरा नाम हैं 'विशाल आमले' । आज मैं आप को एक 'लालची दूधवाला और चतुर नाई' की कहानी बता रहा हु ।  दोस्तों ये कहानी बिल्लू नाम के एक बेईमान दूधवाले और रामू नाम के एक चतुर नाई की हैं । बिल्लू दूध में मिलावट करके गांव वालों को लुटता था रामू नाई ने बड़ी चतुराई से बिल्लू का भांडा फोड़ा अब रामू ने ये कैसे किया ये जानने के लिए आप को पूरी कहानी पड़नी होगी और हा ऐसी ही अनोखी और मजेदार कहानी पढ़ने के लिए मेरे इस 'motivational speech' को जरूर subscribe करें । 


लालची दूधवाला और चतुर नाई की कहानी 


ये कहानी हैं मिर्जापुर के मदनपूरा गांव की जहा रामू नाई रहा करता था । रामू की चौपाल पर एक दुकान थी जहा गांव का हर आदमी हजामत करवाने आता था । तभी वहा पर सेठ जी आए रामू बोला राम राम सेठ जी बताइए क्या सेवा करूं सेठ जी ।


तभी सेठ जी बोले कुछ नही बस थोड़ी दाड़ी कर दो और अच्छी वाली चंपी । रामू हजामत से ज्यादा अपनी चंपी के लिए मशूर था । सेठ जी बोले वा एकदम बढ़िया रामू तुम्हारे तो हातों में तो जादू हैं भाई सारी थकान और सिरदर्द जट्ट से गायब हो गया । 


तभी रामू बोला सेठ जी पूरे गांव में सिर्फ आपकी ही चंपी पूरा मन लगाके करता हूं । क्या हैं की आपका दिल बोहोत बड़ा हैं और आप मोलभाव तो करते ही नहीं उपर से बक्शीश भी दे देते हैं ।


रामू अपने चंपी के साथ साथ उसकी चतुराई के लिए भी मशुर था । ग्राहक बिना मोलभाव किए उसे उसके मन चाह पैसे दिया करते थे । सिर्फ रामू की पत्नी शीला ही थी जिसके सामने उसकी एक ना चलती थी ।


रामू की पत्नी बोली : अब से रोज के खर्चे के लिए मुुुुझेे 110 रुपए देने पड़ेंगे ।

रामू बोला: अब ये कैसी आफत ।

रामू की पत्नी बोली : आफत ! तुम्हे जो रोज सुबह शाम गरम गरम दूध पीना होता । बिल्लू दूधवाले ने दूध के दाम बड़ा दिए हैं पहले 30 रुपए प्रति लीटर था अब सीधे 40 रुपए । अब तुम ही बताओ मैं पूरे दिन का और बच्चो का खर्चा  सिर्फ 100 रुपए में कैसे करू अगर दूध पीना हैं तो 110 रुपए देना वरना तुम्हारी मर्जी ।

रामू बोला : ठीक हैं ठीक हैं तुम 110 रुपए ले लिया करो लेकिन इस बिल्लू दूधवाले की तो मैं अच्छे से खबर लूंगा ।

अगले दिन रामू की दुकान पर दो ग्राहक आए मदन और मोहन ।

रामू बोला : आइए आइए श्रीमान ।

मदन बोला : मेरे बाल छोटे कर दो ।

रामू  बोला: जी बिलकुल ।

मोहन बोला : भईया मेने पता किया हैं की इस गांव में सिर्फ एक ही दूध वाला हैं और वो भी दूध 40 रुपए प्रति लीटर से बेच रहा हैं ।

मदन बोला : क्या 40 रुपए प्रति लीटर इतना महंगा ।

रामू बोला : माफ कीजिए क्या आप लोग इस गांव में नए हैं ।

मदन बोला : हां हम बगल वाले गांव में रहते हैं और वहा हमारा तबेला हैं और तो और हमारेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेेे गांव में दूध 20 रुपए प्रति लीटर बिकता हैै ।

रामू बोला : 20 रुपए प्रति लीटर ।

मोहन बोला : भाई आप लोग दुगने दाम में दूध क्यों खरीदते हो ।

रामू बोला : वो क्या हैं की इस गांव में एक ही दूध वाला हैं बिल्लू तो वो बेईमान अपनी ही मर्जी का दम लगाता हैं । 

मदन बोला : क्या हम लोगो को इस गांव में दूध बेचना चाहिए ।

रामू बोला : नेकी और पूछ पूछ क्यूना आप लोग कल से ही इस गांव में दूध बेचना शुरू कर देंगे तो मैं सभी गांव वालों को आप से ही दूध खरीदने को कहूंगा और तो और आप 20 रुपए की जगह 25 रुपए प्रति लीटर दूध बेचना जिससे आप को मुनाफा भी अच्छा होगा ।

मोहन बोला : ठीक हैं हम कल से ही शुरू करते हैं ।

रामू ने उन दोनो की हजामत की और वो दोनो वहा से निकल गए । थोड़ी देर बाद उसकी दुकान पर कुछ और गांव वाले आए और फिर बिल्लू भी आया ।

रामू बोला : बिल्लू भईया हम आप की ही राहा देख रहे थे।

बिल्लू बोला : क्या बात हैं भाई ।

रामू बोला : सुना हैं आप ने एक नई भेस ली हैं ।

बिल्लू बोला : हां अभी एक महीने पहले ली हैं ।

रामू बोला : आइए बैठिए हम आप की हजामत कर देते हैं बिल्लू भईया कुल मिलाकर कितना दूध देती हैं आपकी दोनो भेसिया ।

बिल्लू बोला : यही कुछ 30 लीटर ।

रामू बोला : अच्छा हैं पर क्या सारा दूध बिक जाता हैं रोज।

बिल्लू बोला : हां भाई भगवान की कृपा से धंधा अच्छा चल रहा हैं 10 लीटर चंदू हलवाई के यहां जाता हैं , 10 लीटर मीना कुल्फी वाली ले लेती हैं , 5 लीटर सेठ जी के यहां , तीन तीन लीटर सरपंच जी , वकील जी और मास्टर जी के घर और जो बच जाता हैं वो गांव में घूम घूम कर बेच देता हूं ।किसी को ⅕आधा लीटर किसी को एक लीटर ।

रामू ने बिल्लू दूधवाले की ये बात पकड़ ली वहा बैठे गांव वाले भी चौक गए थे ।

रामू बोला : भईया हमको आप का गणित कुछ समझा नहीं कुल मिलाकर दूध हैं 30 लीटर और तुम हिसाब दिखा रहे हो 45 लीटर का बाकी का क्या हैं हां वही में सोचू मेरा दूध इतना पतला कैसे तुम तो दूध में आधा पानी मिलते हों बेईमान कही के ये दूध वाला तो चोर हैं दूध में पानी मिलाता हैं ।

बिल्लू दूधवाला वहा से भाग निकला ।

रामू बोला : अरे अरे कहा भाग रहे हो बेईमान ।

रामू के दोस्त ने पूछा रामू लेकिन अब हमे दूध कहा से मिलेगा तभी रामू ने कहा इसका भी मेने इंतजाम कर लिया हैं बगल वाले गांव के दूध वाले भाई कल से हमारे भी गांव में भी दूध बेचेंगे और वो भी सिर्फ 25 रुपए के लीटर के दाम से रामू का दोस्त बोला सिर्फ 25 रुपए लीटर ये तो बोहोत अच्छी खबर हैं ।

नए दूध वालों की खबर गांव में आग की तरह फेल गई और अगले दिन से ही मदन और मोहन गांव में दूध बेचने लगे सारे गांव वाले सस्ते दाम में अच्छा और गाड़ा दूध पाकर बोहोत खुश थे और इस तरह रामू नाई ने अपनी चतुराई से गांव की दूध की समस्या को हल कर दिया और साथ ही बिल्लू दूध वाले को सबक सिखाया ।

देखा दोस्तों रामू ने कैसे चतुराई से बिल्लू की पोल खोल दी बिल्लू बेईमानी से गांव वालों की मजबूरी का फायदा उठाकर उन्हें लूट रहा था इसका अच्छा खासा परिणाम उसे भुगतना पड़ा ।

तो दोस्तो इस कहानी से हमे ये सिख मिलती हैं की ' हमे अपना स्वार्थ साधने के लिए दूसरों की मजबूरी का फायदा नहीं उठाना चाहिए '. 


दोस्तों अगर कहानी अच्छी लगी तो मेरे motivation speech को subscribe करो और अपने दोस्तों में share करो । Thanks you so much । जय हिन्द ।